जेल में बंद अमृतपाल को अध्यक्ष बनाया
कामकाज चलाने के लिए कमेटी बनाई
पंजाब-Punjab: असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद पंजाब की खडूर साहिब सीट से सांसद अमृतपाल सिंह की नई पार्टी का ऐलान हो गया है। पार्टी का नाम अकाली दल वारिस पंजाब दे रखा गया है। मंगलवार को मुक्तसर साहिब के माघी मेले में इसकी आधिकारिक घोषणा की गई। अमृतपाल ही पार्टी के अध्यक्ष होंगे। पार्टी चलाने के लिए एक कमेटी भी बनाई गई है।

सिख समुदाय के लिए धार्मिक दृष्टि से माघी पर्व और माघी मेला महत्वपूर्ण है। इस दिन पंथक पार्टियां अपने एजेंडा को लोगों के सामने रखते हैं। प्रदेशभर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु श्री मुक्तसर साहिब पहुंचते हैं। अमृतपाल के करीबियों ने पार्टी के ऐलान के लिए पंथ बचाओ, पंजाब बचाओ रैली का आयोजन किया।

अमृतपाल सिंह अकाली दल के लिए चुनौती‘
अमृतपाल सिंह की राजनीतिक पार्टी बनना सबसे बड़ी चुनौती शिरोमणि अकाली दल (बादल) के लिए है, क्योंकि अकाली दल खुद को सबसे बड़ पंथ हिमायती कहता है। साल 2015 में हुई श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की घटनाओं और राम रहीम को माफी देने के मुद्दे पर अकाली दल का ग्राफ तेजी से गिरा है। पंथक वोट बैंक अकाली दल से दूर हुआ है।

इस समय अकाली दल के पास मात्र एक सांसद हरसिमरत कौर बादल हैं। हाल ही में खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह और सर्बजीत सिंह खालसा सांसद बने हैं। दोनों निर्दलीय चुनाव जीते थे। दूसरी तरफ अकाली दल का बागी गुट भी बगावती सुर अपना रहा है

वारिस पंजाब दे के चीफ हैं अमृतपाल सिंह‘
सांसद बनने से पहले अमृतपाल सिंह वारिस पंजाब दे’ संगठन को संभाल रहे थे। संगठन पंजाबी अभिनेता संदीप सिंह उर्फ दीप सिद्धू ने सितंबर 2021 में बनाया था। दीप सिद्धू 26 जनवरी 2021 को लाल किले पर हुए उपद्रव के मामले में प्रमुख आरोपी था। इस संगठन का मकसद- युवाओं को सिख पंथ के रास्ते पर लाना और पंजाब को जगाना है। वह 3 कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के दिल्ली में हुए आंदोलन का भी हिस्सा रहे।15 फरवरी 2022 को दिल्ली से लौटते वक्त दीप सिद्धू की सड़क हादसे में मौत हो गई थी। इसके बाद अमृतपाल सिंह दुबई से भारत लौटे तो उन्हें वारिस पंजाब दे का चीफ बनाया गया।

